लखीमपुर में रामचंद्र की मौत पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार को घेरा

Date: 2025-01-11
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लखीमपुर खीरी के मझगईं थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में रामचंद्र की मौत के मामले में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूपी में जंगलराज कायम है। पुलिस बेलगाम है। पुलिस की गुंडागर्दी जनता पर भारी पड़ रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य शनिवार दोपहर गांव हुलासी पुरवा पहुंचे और मृतक रामचंद्र मौर्य के परिवारजन से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पुलिस हिरासत में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। रामचंद्र की मौत पुलिस को कटघरे में खड़ी कर रही है। 

पूर्व मंत्री ने कहा कि यदि रामचंद्र शराब बना रहा था तो उसके पास न शराब बरामद हुई और न ही शराब बनाने के उपकरण मिले। पुलिस ने शराब का बहाना लेकर उसे मौत के घाट उतार दिया। उसके शराब बनाने की कहानी मनगढ़ंत है। 

'हत्याओं पर योगी सरकार मौन'
स्वामी प्रसाद ने कहा कि पिछड़ों, अनुसूचित और अनुसूचित जनजाति अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार पूर्ण व्यवहार कर रही है। इन हत्याओं को लेकर योगी सरकार मौन है। वह झूठी वाहवाही लूट रही है। पूरे प्रदेश में गरीबों पर कहर बरपाया जा रहा है। पुलिसिया जुल्म अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है। गुंडाराज का नंगानाच हो रहा है। दबंगों की गोली का शिकार लोग हो रहे हैं, जो बच जाते हैं वह पुलिसिया अत्याचार का शिकार हो जाते हैं।

भाजपा कर रही नौटंकी- मौर्य 
महाकुंभ पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि योगी जी, कुंभ में हजार करोड़ों रुपया बहाने में लगे हैं। महाकुंभ ऐतिहासिक और प्राचीन मेला है। भाजपा घूम-घूमकर न्योता बांटकर नौटंकी कर रही है, जबकि कोई त्योहार या पर्व आस्था का विषय है। जहां आस्था का विषय होता है, वहां न्योता नहीं बांटा जाता। 

यह था मामला 
गांव हुलासीपुरवा निवासी रामचंद्र की मौत पुलिस हिरासत में हो गई थी। पुलिस ने उस पर अवैध तरीके से शराब बनाने के आरोप में कुछ दिन पहले ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से रामंचद्र की मौत होने का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर जमकर बवाल हुआ। मझगईं थाने के इंस्पेक्टर ने पूरे गांव को जेल भेजने की धमकी दी थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। 

सीओ धौरहरा पीपी सिंह का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह मृतक के परिजनों पर भड़कते नजर आ रहे हैं। सीओ कहते हैं कि न मझगईं थानाध्यक्ष सस्पेंड होगा और न निघासन.. न ही 30 लाख रुपये देंगे। सीओ ने आगे कहा कि जितने दिन रखना है डेड बॉडी को रख लो। हम यहां से जा रहे हैं, जो करना है कर लेना। पुलिस की कार्यशैली को लेकर परिजनों में आक्रोश है। 

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