अक्षय तृतीया पर 22 टन तक बिका सोना, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा

Date: 2024-05-11
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ऊंची कीमतों के बावजूद देश में अक्षय तृतीया पर कुल 20 से 22 टन सोना बिका। पहले 25 टन तक बिक्री का अनुमान लगाया गया था। ऑल इंडिया जेम्स एंड जूलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन संयम मेहरा ने बताया, मात्रा के लिहाज से इस बार पिछले साल अक्षय तृतीया जितना ही सोना बिका है। हालांकि, मूल्य के लिहाज से बिक्री में तेजी दर्ज की गई है। इसकी प्रमुख वजह सोने की कीमतों में एक साल में करीब 22 फीसदी की तेजी है।

देशभर में सोने की कुल बिक्री में दक्षिण भारत की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 40 फीसदी रही। पश्चिम भारत में करीब 25 फीसदी, पूर्वी भारत में 20 फीसदी और उत्तर भारत में 15 फीसदी सोने की बिक्री हुई। 

खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि सुस्त पड़कर 4.9 फीसदी 
खनन क्षेत्र का प्रदर्शन खराब होने से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मार्च, 2024 में मासिक आधार पर घटकर 4.9 फीसदी रह गई। फरवरी में यह 5.6 फीसदी और मार्च, 2023 में 1.9 फीसदी रही थी। वहीं, 2023-24 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.8 फीसदी रही थी। 2022-23 के दौरान यह आंकड़ा 5.2 फीसदी था। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में खनन क्षेत्र में उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 1.2 फीसदी रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह 6.8 फीसदी थी।  

मार्च में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर एक साल पहले के 1.5 फीसदी से बढ़कर 5.2 फीसदी पहुंच गई। बिजली उत्पादन की वृदि्ध दर 8.6 फीसदी पहुंच गई। मार्च, 2023 में इसमें 1.6 फीसदी की गिरावट रही थी। प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3 मई को समाप्त हफ्ते में 3.66 अरब डॉलर बढ़कर 641.59 अरब डॉलर पहुंच गया। इससे पहले लगातार तीन हफ्तों तक भंडार में गिरावट रही थी। आरबीआई की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 3 मई के हफ्ते में विदेशी मुद्रा संपत्ति 4.45 अरब डॉलर बढ़कर 564.16 अरब डॉलर पहुंच गई। हालांकि, सोने का भंडार 65.3 करोड़ डॉलर घटकर 54.88 अरब डॉलर रहा। आईएमएफ के पास रिजर्व बढ़कर 4.49 अरब डॉलर रहा।  

बीपीसीएल करेगी 1.7 लाख करोड़ का निवेश
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) पांच वर्षों में तेल रिफाइनिंग, ईधन मार्केटिंग व पेट्रोकेमिकल के साथ स्वच्छ ऊर्जा में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। चेयरमैन जी कृष्णकुमार ने कहा, प्रोजेक्ट अस्पायर के साथ इसे पूरा किया जाएगा।  चेयरमैन ने कहा, कुल निवेश में 75,000 करोड़ रिफाइनरी-पेट्रोकेमिकल पर, 8,000 करोड़ पाइपलाइन पर होगा। 25,000 करोड़ गैस कारोबार में और 10,000 करोड़ हरित ऊर्जा में निवेश होगा। 

टाटा मोटर्सः 17,529 करोड़ रुपये का मुनाफा
टाटा मोटर्स को 2023-24 की मार्च तिमाही में 17,528.59 करोड़ का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले समान अवधि की तुलना में यह तीन गुना अधिक है। कंपनी ने शुक्रवार को बताया, उसके सभी तीनों ऑटो कारोबार ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कुल राजस्व 1.20 लाख करोड़ रुपये रहा है। पूरे वित्त वर्ष में मुनाफा 31,807 करोड़ रुपये रहा है।  

बैंक ऑफ बड़ौदा को 4,886 करोड़ मुनाफा
बैंक ऑफ बड़ौदा को 2023-24 की चौथी तिमाही में 4,886 करोड़ का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले की तुलना में यह मामूली बढ़ा है। इस दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 0.68 फीसदी रहा है। पूरे वित्त वर्ष में फायदा 26 फीसदी बढ़कर 17,789 करोड़ रुपये रहा है। बोर्ड ने 7.60 रुपये प्रति शेयर लाभांश देने की घोषणा की है।

यूनियन बैंक को 3,310 करोड़ लाभ
चौथी तिमाही में बैंक को 3,310 करोड़ का फायदा हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में यह मामूली कम है। पूरे वित्त वर्ष में मुनाफा 13,648 करोड़ रहा। बैंक ने प्रति शेयर 3.60 रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है।  

2026 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनेगा भारत
भारत 2026 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनने के कगार पर है। यह 2024 में जर्मनी को और 2026 में जापान को पीछे छोड़ सकता है।

यूबीएस की रिपोर्ट के अनुसार, भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तैयार है। चुनौतियों का सामना करने के बावजूद देश के उपभोक्ता बाजार ने पिछले एक दशक में उल्लेखनीय वृद्धि दिखाई है। शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में बढ़ते हुए अमीरों के दम पर भारत तेजी से बढ़ रहा है। 2023 तक भारत में 4 करोड़ आबादी समृद्ध कैटगरी में आती थी। अगले 5 वर्षों यानी 2028 तक बढ़कर यह आबादी दोगुनी से भी ज्यादा 8.8 करोड़ हो जाएगी। सालाना 10,000 डॉलर से ज्यादा आय वालों को समृद्ध वर्ग में गिना जाता है।

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