प्रोफेसर डॉ. आशुतोष मिश्रा ने राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनसंचार संस्थान के कुलपति की भर्ती प्रक्रिया के मानदंडों में बदलाव का आरोप लगाया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में नई दिल्ली स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) को 'मानद विश्वविद्यालय' का दर्जा दिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने केंद्र को आईआईएससी को डीम्ड विश्वविद्यालय बनाने की सलाह दी थी।
मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया कि आईआईएमसी-नई दिल्ली और जम्मू, अमरावती (महाराष्ट्र), आइजोल (मिजोरम), कोट्टायम (केरल) और ढेंकनाल (ओडिशा) के पांच क्षेत्रीय परिसर अलग श्रेणी के तहत सम-विश्वविद्यालय संस्थान होंगे।
प्रोफेसर डॉ. आशुतोष मिश्रा के अनुसार, अधिकारी अभी भी अपने नए कुलपति की प्रस्तावित की पात्रता और अनुभव संबंधी शर्तों को आगे बढ़ा रहे हैं और उन्हें काफी हद तक कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।