सपा सरकार में सियासत की सूरमा रहीं शहला ताहिर अब कानूनी दांवपेच में फंस गई हैं। बरेली के नवाबगंज की पालिकाध्यक्ष रहते 10.14 करोड़ रुपये के गबन की प्राथमिक जांच में वह दोषी पाई जा चुकी हैं। अब ईडी ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
वर्ष 2015 में नगर पालिका अध्यक्ष रहीं शहला ताहिर पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर पर 24 घंटे में 32 मुकदमे दर्ज कराकर चर्चा में आई थीं। हालांकि, भाजपा सरकार आते ही इन मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट भी लग गई, लेकिन शहला ताहिर को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। निजी अस्पताल में तोड़फोड़ कर स्टाफ को पीटने के मामले में वर्ष 2011 में शहला पर जो रिपोर्ट दर्ज हुई थी, उसमें उन्हें जेल जाना पड़ा था।
देशद्रोह का मुकदमा भी हो चुका है दर्ज नवाबगंज के विजय राठौर ने वर्ष 2017 में नगर पालिका के चुनाव के दौरान बवाल और मारपीट के मामले में शहला पर रिपोर्ट कराई थी। पालिकाध्यक्ष चुने जाने पर नगर में जुलूस निकाल रहीं शहला ताहिर और उनके 50 समर्थकों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ था जो हाईकोर्ट में विचाराधीन है।