यूपी में 2022 का शंखनाद भले ही अभी न हुआ हो लेकिन चुनावी महाभारत शुरू हो चुकी है। एक बात तो साफ है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव का केंद्र बिन्दु अयोध्या रहेगा। भगवान राम से लेकर अयोध्या तक सियासत का सफर हो चुका है और तमाम दलों का अयोध्या प्रेम भी देखने को मिल रहा है। अरविंद केजरीवाल 26 अक्टूबर को अयोध्या जाएंगे। अरविंद केजरीवाल दीपावली के मौके पर अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे। दीवाली से पहले खासतौर से ये कार्यक्रम बनाया गया है। आज ही इस कार्यक्रम की पुष्टि हुई है और उनका अयोध्या जाना तय माना जाना रहा है। हालांकि उत्तर प्रदेश में चुनाव भी हैं और उनकी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। इस नजर से भी इस दौरे को देखा जा रहा है। जितने भी राजनीतिक दल हैं वो अयोध्या जरूर जा रहे हैं और जिस तरह से अयोध्या का निर्माण कार्य चल रहा है, व ये यूपी चुनाव में एक बड़ा फैक्टर रहने वाला है।
मनीष सिसोदिया ने रामलला के सामने पेश की थी अपनी अर्जी
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अयोध्या के दौरे पर गए थे और उन्होंने रामलला के दर्शन भी किए थे। मनीष सिसोदिया ने दर्शन के बाद कहा था कि उन्होंने यूपी में सरकार बनाने के लिए रामलला के सामने अर्जी पेश की है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि हनुमान जी और रामलला के सामने पेश होकर यही अर्जी लगाई है कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने का अवसर दें।
यूपी चुनाव के लिए आप की तैयारी
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में पार्टी यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उतरने का ऐलान कर चुकी है। पार्टी की तरफ से पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि वो किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेगी। इस बार अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में पार्टी की जिम्मेदारी सांसद संजय सिंह के हाथों में दी हुई है। हाल ही में लखीमपुर की घटना को लेकर संजय सिंह काफी एक्टिव नजर आए थे।