राधा रानी की नित्य विहार रास लीला स्थली है श्रीहित रासमण्डल
Date: 2022-01-27
वृन्दावन। श्रीहित रासमण्डल श्रीधाम वृन्दावन में श्रीजी का व्याहुला उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। व्याहुला उत्सव का शुभारंभ युगल स्वरूप ठाकुरजी को हिंडोले में विराजमान कर वृन्दावन की कुन्ज गलियों से होकर गाजे-बाजे के साथ श्री हित रासमण्डल की परिक्रमा कर रासेश्वरी महारानी की नित्य विहार रास लीला स्थली श्रीहित रासमण्डल श्रीधाम वृन्दावन में पहुंचने पर भक्तों द्वारा रसिकजनों का भव्य स्वागत किया गया। रासमण्डल में नित्य विहार की लीलाओं का वर्णन आज भी देखने को मिलता है, आपको बता दें कि श्रीधाम वृंदावन में श्रीहित रासमण्डल रासेश्वरी श्रीजी महारानी की रास लीला स्थली है। जहां आज भी युगल सरकार नित्य विहार की लीला करने के लिए आते हैं। श्रीजी के व्याहुला के समय सखियों ने सहचरी भाव में श्रीजी महारानी के प्रांगण में वाणी पाठ के समय अपना मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।
अखिल भारतीय श्रीपंच राधावल्लभीय निर्मोही अखाड़ा श्रीहित रासमण्डल श्रीधाम वृन्दावन के श्रीमहंत लाड़ली शरण महाराज ने बताया कि यहां श्रीजी कृपा से नित्य उत्सव होते रहते हैं। श्रीजी के व्याहुला उत्सव में गुजरात से आए भक्तों सहित ब्रजवासियों से श्रीजी कृपा से भरपूर आनंद लिया। श्रीजी के व्याहुला उत्सव की परंपरा राधावल्लभीय संप्रदाय में प्राचीनकाल से ही चली आ रही है, श्रीहित रासमण्डल में श्रीजी कृपा से आज भी निरंतर प्राचीनकाल से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। श्रीजी व्याहुला उत्सव में वृन्दावन के राकेश मुखिया की मुखियाई में समाज गायन किया गया। इस मौके पर श्रीमहंत लाड़ली शरण महाराज, श्रीजी मंदिर बाद ग्राम के महंत दम्पति शरण महाराज, नवलदास पुजारी, प्रिया बाबा, राधावल्लभ वशिष्ठ, इन्द्र शर्मा आदि लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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