नयी दिल्ली। कांग्रेस ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 10 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की जिसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का है जिनका पहले घोषित विधानसभा क्षेत्र बदला गया है। पहले उन्हें नैनीताल जिले की रामनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया था। अब वह नैनीताल जिले की ही लाल कुआंसीट से चुनाव लड़ेंगे। पहले इस सीट पर संध्या डालाकोटी को टिकट मिला था। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने रामनगर से हरीश रावत की उम्मीदवारी का विरोध किया था। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने दूसरी सीट से लड़ने का फैसला किया। सूत्रों का कहना है कि रंजीत रावत रामनगर सीट पर लंबे समय से तैयारी कर रहे थे और अपनी दावेदारी कर रहे थे।
रंजीत रावत को भी रामनगर से नहीं, बल्कि सल्ट से उम्मीदवार बनाया गया है। रामनगर विधानसभा क्षेत्र से महेंद्र पाल सिंह को टिकट दिया गया है। इसी तरह कुछ अन्य सीटों पर भी उम्मीदवार बदले गए हैं। डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से मोहित उनियाल की जगह गौरव चौधरी, ज्वालापुर से बरखा रानी की जगह रवि बहादुर और कालाढूंगी से महेंद्र पाल सिंह की जगह महेश शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। हरीश रावत की पुत्री अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण से टिकट मिला है।
इससे पहले, कांग्रेस ने पहली सूची में 53 और दूसरी सूची में 11 उम्मीदवार घोषित किए थे। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार से कांग्रेस ने अब तक कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति को कांग्रेस ने लैंसडाउन से टिकट दिया है। हरक सिंह रावत और अनुकृति गत 22 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हुए थे। हरक सिंह रावत को 16 जनवरी को उत्तराखंड मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था और फिर उन्हें भारतीय जनता पार्टी से भी निष्कासित कर दिया गया था। उत्तराखंड में सभी 70 सीटों के लिए 14 फ़रवरी को मतदान होगा। मतगणना 10 मार्च को होगी।