वृन्दावन। छीपी गली स्थित ठाकुर प्रियावल्लभ मंदिर में श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के द्वारा ठाकुर श्री प्रियावल्लभ लाल एवं ठाकुर श्री विजयराधावल्लभ लाल का 208 वां दो दिवसीय पाटोत्सव 24 व 25 जनवरी को विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया गया है। श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया है कि ठाकुर प्रियावल्लभ मन्दिर के सेवायत आचार्य विष्णुमोहन नागार्च के पावन सानिध्य में आयोजित होने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ 24 जनवरी को प्रातः 8 बजे अखिल भारतीय निर्मोही अखाड़ा श्रीहित रासमण्डल के श्रीमहन्त लाड़िली शरण महाराज ध्वजारोहण कर दो दिवसीय पाटोत्सव का शुभारंभ करेंगे। तपश्चात हितवाणी, हितचतुरासी, राधासुधानिधि आदि ग्रंथों का संगीतमय गायन, सन्तों व वैष्णवों के द्वारा किया जाएगा। सायं 4 बजे से सन्त-विद्वत सम्मेलन होगा। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली कुछ विभूतियों का भी सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।
रात्रि में "जय जय राधावल्लभ श्रीहरिवंश श्रीवृन्दावन श्रीवनचन्द्र" नामधुनी के साथ 24 घण्टे का अखण्ड संकीर्तन भक्त मंडली द्वारा किया जाएगा। वहीं 25 जनवरी को प्रातः 7 बजे ठाकुर प्रियावल्लभ लाल व विजयराधावल्लभ लाल का पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा। साथ ही उन्हें नवीन पोशाक धारण कराई जाएंगी। ततपश्चात राधावल्लभीय समाज मुखिया डॉ. श्यामबिहारी खण्डेलवाल व डॉ. जयेश खण्डेलवाल की मुखियाई में मंगल बधाई समाज गायन होगा व सन्त-ब्रजवासी-वैष्णव सेवा एवं भंडारा होगा। श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के महामंत्री श्रीहित ललित वल्लभ नागार्च व पार्षद रसिकवल्लभ नागार्च ने सभी भक्तों व श्रद्धालुओं से पाटोत्सव में उपस्थित होने का आग्रह किया है।