नयी दिल्ली, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने शनिवार को बताया कि ब्याज आय में वृद्धि और प्रावधानों में कमी के बल पर दिसंबर 2021 में समाप्त तिमाही में उसका संचयी शुद्ध लाभ 18.8 प्रतिशत बढ़कर 6536.55 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के आंकड़े दिए हैं। इसके मुताबिक, एक साल पहले अक्टूबर-दिसंबर 2020 की अवधि में उसने 5,498.15 करोड़ रुपये का संचयी शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बैंक ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसकी कुल आय 39,865.80 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 40,419.08 करोड़ रुपये थी। आईसीआईसीआई बैंक के मुताबिक, अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान एकल आधार पर उसका कर-पश्चात लाभ 25 प्रतिशत बढ़कर 6,194 करोड़ रुपये हो गया।
यह अक्टूबर-दिसंबर 2020 में 4,939.59 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान उसकी एकल आधार पर कुल आय बढ़कर 27,069.67 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 24,416 करोड़ रुपये थी। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर 23 फीसदी बढ़कर 12,236 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 9,912 करोड़ रुपये थी। बैंक ने फंसे हुए कर्ज या एनपीए अनुपात में 4.13 प्रतिशत सुधार दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही के अंत में 4.38 प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध एनपीए 0.85 प्रतिशत था, जो वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में 0.63 प्रतिशत था। एनपीए में गिरावट आने से बैंक का वित्तीय प्रावधान भी एक साल पहले की अवधि के 2,741 करोड़ रुपये से घटकर 2,007.30 करोड़ रुपये रहा।